Proud to be an Indian

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Monday, February 15, 2010

उसका क्या पछताना



जीवन एक दरिया जैसा,

लगातार है बहता रहता ।

बीत गया सो बीत गया,

समय हमेशा कहता रहता।

दरिया के पथ को देखो,

कभी ना होता एक समान ।

पर्वत मिलते पठार हैं मिलते,

मिलते कहीं समतल मैदान ।

शहरों में जब शांत सी बहती,

धीर -वीर गंभीर ही रहती।

कभी उंचाई से जब गिरती,

बूंदे झरती शोर है करती।

रुक जाना ही मर जाना है,

जीवन का पथ कभी न रुकता ।

सीधा हो या टेढ़ा-मेढ़ा,

लगातार ही बहता रहता ।

दरिया के पथ में कितने ही,

नए घाट हैं आते- जाते।

आज मिले कल बिछड़ गए,

होता सब यह हँसते-रोते।

नया सत्र था नया था चेहरा,

मिला था सबसे मित्र समान।

घुल-मिल कर वह खेल खेल में,

करता हर मुस्किल आसान।

हर मुश्किल में साथ खड़े हम,

सरल कठिन परवाह किये बिन।

छिन-छिन हंसकर बीत गए जो,

आखिर क्या थे वो भी दिन।

कहे रजनीश दरिया को,

अंत में सागर में मिल जाना।

बीत गया सो बीत गया,

रे मन उसका क्या पछताना ।

"रचयिता :रजनीश शुक्ला, रीवा (म.प्र.)"

*Photo by Dinesh Chandra Varshney for Bharat Nav Nirman Only

Sunday, February 14, 2010

बिछड़ने-मिलने का नाम ही जीवन


लेखक : रजनीश शुक्ला

जीवन एक नदी की तरह है जो लगातार बहता रहता है। इस जीवन रूपी नदी के सफ़र में समय के साथ नई-नई चुनौतियां, नए-नए लोग नए-नए घाट के रूप में आते रहते हैं। चुनौती भरा एक सत्र बीत चुका था और एक नए सत्र की सुरुआत में एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया गया । एक नया चेहरा साथ में काम करते- करते जिन्दगी का हिस्सा बन गया । मिल जुल कर मन लगाकर काम करने से सारी मुश्किलें आसान होती गयीं । जरूरत के हिसाब से सुबह जल्दी आना और काम के पूरा होने भर ही शाम को घर जाना आम बात हो चुकी थी । यदि हमारे घरों में कुछ विशेष पकाया जाता तो हम एक डब्बे में एक दूसरे के लिए लेकर आते थे । अब हम केवल ऑफिस का काम ही नहीं बल्कि काम के दौरान मिलने वाले छोटे मोटे तनाव या खुशी को भी आपस में बांटते थे । यदि छुट्टी के दिन भी काम की प्राथमिकता की वजह से मैं कभी ऑफिस जाने का प्लान बनाता तो वह भी आने से कभी न नहीं कहता था। Analysis और Design ख़त्म हो चुकी थी। अगले सप्ताह से Construction शुरू होने वाला था। मैं Team Outing के कुछ पोस्टर्स बनाने में जुटा था। तभी पता चला की मेरे दूसरे साथी को अगले सप्ताह Release date की मेल आयी है। वह इस Company में एक Contract Employee के रूप में था । उसे एक सप्ताह में किसी नए Organization में एक नया काम ढूंढना था। उसके चेहरे के पल - पल बदलते भाव मेरे दिल में चित्रित होते गए । वह इन बदलते भावों से अपने दर्द को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा था । अगले दिन एक बड़े Resort में एक बड़ी Team पार्टी चलती रही । लोग music की धुन पे थिरक रहे थे। कुछ लोग मुस्कुरा कर आपस में बातें करते नजर आ रहे थे। मैं भी उनमें से अलग ना था। लेकिन मुस्कराहट के पीछे छिपे दर्द को समझ पाने वाला वहां कोई ना था । सच में दूर से रंगीन दिखने वाली दुनिया भी दर्द से परे नहीं।

Tuesday, February 2, 2010

Madhya Pradesh: The State Of Mountains & Forests


The State Madhya Pradesh is spread across the central part of India. It's also known as "Heart Of India" due to it's geographical location in map of India. It was the largest state as per total area before recognition of Chhatisgarh as a seprate state in November 2000. The State is enriched with nature's beuty. White tigers were found in Rewa district of the state very first time in the world. That's why Rewa is also know as "Land Of White Tiger". Here I am attaching some snaps captured during month of December - January with hope people would like it.
"Rajneesh"
Click here to see beautiful snaps

*Photo by Rajneesh
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